Rusvaai

15 Jun

” रुसवाई “

गलत को गलत बताना अच्छाई है,

औ झूठ को झूठ कहना सच्चाई है ।१

आज हरतरफ इतना शोर है धुआं है,

ये आग नफरतों की हम ने लगाई है ।२

एक मुल्क एक खून फिरभी अलग,

ये बात किसने किसको समझाई है ।३

जो शक्ल अपनी पहचान नहीं पाते,

समझा देते है के आयना हरजाई है ।४

न साथ हवा के बादल आए न बरसे,

कैसी चल रहीं हैं ये पछुआ पुरवाई है ।५

फूल उम्मीदों के खिलेंगे गुलशन में,

इस मौसम ने जब से ली अंगड़ाई है ।६

इंसान से इंसान की पहचान ‘मिलन’

सच्ची उसकी इज्जत है या रुसवाई है ।।७

मिलन ” मोनी “

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