” नहीं आनी चाहिए “
दूर भले ही हो जाओ, दूरियां नहीं आनी चाहिए,
इश्क करो न करो, मगरूरियां नहीं आनी चाहिए ।
खेल का मैदान हो या जंग का हो मैदान इनमें,
जीत हो या हो हार, मजबूरियां नहीं आनी चाहिए ।
बात सच हो या झूठ लेकिन उसे साफ साफ कहो,
दिले एहसास में, मक्कारियाँ नहीं आनी चाहिए ।
रास्ता आसान हो या हो मुश्किलों से भरा हुआ,
जिंदगी के मोड़ पे नाकामियां नहीं आनी चाहिए ।
कहते हैं हुस्न एक कातिल अदा का नाम है पर,
खूबसूरत अदाओं में शैतानियां नहीं आनी चाहिए ।
गलत बात भी सही हो जाती है सच्चाई केलिए,
गलतियों की लेकिन मंजूरियां नहीं आनी चाहिए ।
कमसिन जवानी की चाहत किसे नहीं ‘मिलन’,
जवानी में कभी नादानियां नहीं आनी चाहिए ।।
मिलन ” मोनी “