Archive | July, 2023

Kabhi Socha Na Tha

29 Jul

” कभी सोचा न था “

रात सोए अलग अलग ये कभी सोचा न था,

फासला ऐसा भी होगा ये कभी सोचा न था।१

जिंदा होते हुए भी अब हो गए मरहूम हम,

जख्म ऐसे भी मिलेगा ये कभी सोचा न था।२

हाथ उसका चाहा था साथ आया और कोई,

हादसा ऐसा भी होगा ये कभी सोचा न था।३

हर कदम पर कुछ नई ठोकरें खानी पड़ी,

रास्ता ऐसा भी होगा ये कभी सोचा न था।४

आयना है सामने पर चेहरा किसी और का,

सामना ऐसे भी होगा ये कभी सोचा न था।५

चाल थी मेरी सही पर जीत उनकी हो गई,

हारना ऐसा भी होगा ये कभी सोचा न था।६

जिनके सहारे हम चले थे वो ही मुकर गए,

आसरा ऐसा भी होगा ये कभी सोचा न था।७

ख्वाब सारे सुबह तक मिट जाएंगे ‘मिलन’

जागना ऐसे भी होगा ये कभी सोचा न था।।८

मिलन ” मोनी “

Kissa Kahaani

22 Jul

” किस्सा कहानी “

बतानी भी नहीं और छुपानी भी नहीं है,

कोई बात तो दिल से लगानी भी नहीं है।१

उठाना नहीं है शोर जज्बातों का इतना,

और वास्ले शब तन्हा बितानी भी नहीं है।२

वो आंखों ही आंखों में बता दीजिएगा,

जिस बात को होंठो से बतानी भी नहीं है।३

कुछ शेर तेरे मुझको पसंद आ गए है,

पर गजल तुझको पूरी सुनानी भी नहीं है।४

मोहब्बत को देखा है परखा है दुनिया में,

मीरा सी कहीं कोई दिवानी भी नहीं है।५

ज़माना इस कदर खुदगर्ज हो गया है,

के आंखों में शर्म का पानी भी नहीं है।६

सात जन्मों तक साथ बिता देते हैं,

कभी दो घड़ी संग निभानी भी नहीं है।७

ले लेते हो दर्द सबका ‘मिलन’ तुम,

ये किस्सा नहीं है कहानी भी नहीं है।।८

मिलन ” मोनी “

Jagaane Aa Gaye

20 Jul

” जगाने आ गए “

कुछ दिखाने आ गए, कुछ जताने आ गए,

मोहब्बत के माया जाल में फसाने आ गए।१

मुस्कुराके कुछ इस तरह मिलायीं नजरें,

याद वो हमको सारे दिन पुराने आ गए।२

कभी निशाने पर कभी ठिकाने आ गए,

मरहम के बहाने जख्म लगाने आ गए।३

दिल में रह कर की मेरे ही दिल पे चोट,

हमदर्द बन दिल में दर्द बसाने आ गए।४

किनारे थीं कश्तियां, लंगर को तैयार,

तेज हवा के झोंके उन्हें बहाने आ गए।५

वो चरागे मोहब्बत जो जलाए थे कभी,

घुप अंधेरों में भी रास्ता बताने आ गए।६

बड़ी मुश्किल से छुपाया था दरदेदिल,

अश्क यकबयक गम दिखाने आ गया।७

रातभर जगाया जिस ख्वाब ने ‘मिलन’

उनके ख्वाब वो सुबह भी जगाने आ गए।।८

मिलन ” मोनी “

Sneh Tarang

10 Jul

” स्नेह तरंग “

पथ फूलों से भरा हो तो चलना होगा,

और शूलों भरा हो तो संभलना होगा।१

बर्फ चाहें कितनी भी पत्थर हो जाए,

सूरज के आगे तो उसे पिघलना होगा।२

मझधार जो लहर खामोश बहती है,

किनारे पे आकर तो मचलना होगा।३

मनमोहक गंध और सौंदर्य फैलाए,

डाल से टूटे फूल को बिखरना होगा।४

रास्ता आसान या हो बहुत मुश्किल,

साथ तुम्हारा हो तो निकलना होगा ५

राजनीति के जंगल में हजारों नाग,

जहर बुझे नागों को कुचलना होगा।६

मधुर प्रेम सरोवर में सतरंगी किरने,

हरेक किरण का अर्थ समझना होगा।७

ये रब ही जाने ‘मिलन’ की बेला में कब,

स्नेह तरंगों का हृदय में उछलना होगा।।८

मिलन ” मोनी “

Aazma Kar Dekho

4 Jul

” आज़मा कर देखो

जिंदगी को कभी आज़मा कर देखो,

साथ गमों के ज़रा मुस्कुरा कर देखो।१

रास्ते खुद पता देंगे तुम्हे मंजिल का,

कदम दो कदम आगे बढ़ा कर देखो।२

महक प्यार की समाएगी तेरे दिल में,

कभी मेरे दिल से दिल लगा कर देखो।३

जिन घरों में रोशनी आई नहीं कभी,

उन घरों में इक चराग़ जला कर देखो।४

एक इशारे पर दिल होगा तेरे हवाले,

तुम इशारों इशारों में जता कर देखो।५

हर तरफ ‘मिलन’ नज़र आएगा तुम्हें,


अपनी निगाहों में ज़रा बसा कर देखो।।६

मिलन ” मोनी “