” इश्क किया “
उनकी हर खता से इश्क़ किया हमने
उनकी हर अदा से इश्क किया हमने !
उनकी नाज़ुक मिज़ाजी क्या बताएं
उनकी हर बला से इश्क किया हमनें !
ख़ुद से भी बे-बफायी तक की मगर
उनकी हर बफा से इश्क किया हमनें !
सातों कलाओं का भी हुनर है उसमें
उसकी हर कला से इश्क़ किया हमने !
मेरे दिल जिगर में समायी वो ऐसे के
उसकी हर रिदा से इश्क किया हमने !
कौन सी मर्जे-दवा बन जाए ‘मिलन’
उसकी हर दुआ से इश्क किया हमनें !!
मिलन “मोनी”