Dekha Hai

21 Sep

” देखा है “

तुम से दिल लगा के देखा है,

किस्मत आज़मा के देखा है ।

देखें कब तक साथ देते हो,

कदम साथ बढ़ा के देखा है ।

आंधियों में जो बुझ गए थे,

दीयों को जला के देखा है ।

मुश्किलों से पूरा होता जो,

वो ख्वाब सजाके देखा है ।

नसीहतें मिलीं बुजुर्गों की,

आंखों से लगा के देखा है ।

दुनिया उसकी नहीं होती,

मोहब्बत लुटा के देखा है ।

बढ़ जाती हैं धड़कनें मेरी,

तुम्हारा नाम लेके देखा है ।

शाम होते लौटेगा ‘मिलन’,

कई बार दूर जाके देखा है ।।

मिलन ” मोनी ”

One Response to “Dekha Hai”

  1. milanbhatnagar September 21, 2021 at 3:28 pm #

    Thanks Arun Arpan ji

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