” देखा है “
तुम से दिल लगा के देखा है,
किस्मत आज़मा के देखा है ।
देखें कब तक साथ देते हो,
कदम साथ बढ़ा के देखा है ।
आंधियों में जो बुझ गए थे,
दीयों को जला के देखा है ।
मुश्किलों से पूरा होता जो,
वो ख्वाब सजाके देखा है ।
नसीहतें मिलीं बुजुर्गों की,
आंखों से लगा के देखा है ।
दुनिया उसकी नहीं होती,
मोहब्बत लुटा के देखा है ।
बढ़ जाती हैं धड़कनें मेरी,
तुम्हारा नाम लेके देखा है ।
शाम होते लौटेगा ‘मिलन’,
कई बार दूर जाके देखा है ।।
मिलन ” मोनी ”
Thanks Arun Arpan ji
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