” जंग है ”
तीरगी हटाओ यही रोशनी की जंग है
मौत को भगाओ ये जिंदगी की जंग है !
मत समझो यह लडाई बहुत छोटी रही
यह इंसानिसत और आदमी की जंग है !
अमीर या गरीब सभी शिकार है इसके
क्या रहीस क्या ये मुफलिसी की जंग है !
शक्ल में कोरोना के मौत यहां घूम रही
हर शख्स केे लिये जिंदगानी की जंग है !
मोहब्बत भी करो तो बस दूर दूर रहके
अब ये आशिकी में आतिशी की जंग है !
बहुत कहा बहुत लिखा तुमनें’मिलन’पर
आज शायरों के बीच शायरी की जंग है !!
मिलन “मोनी”
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