” हिसाब किताब “
तुम हम से तो बचा लोगे गुनाहों का हिसाब किताब,
ऊपर वाले से कैसे छुपाओगे अपना हिसाब किताब।१
अपने खाते में खुद ही तो अच्छा अच्छा है लिख लो,
तुम जानते हो सच नहीं है यह झूठा हिसाब किताब।२
यह धर्म नहीं है पर, जिंदगी जीने की उत्तम शैली है,
तुम क्या समझोगे इस सनातन का हिसाब किताब।३
सत्ता में तुम जब तक रहे भुला बैठे अपनी संस्कृति,
रहनुमाओं! एक दिन मांगेगी जनता हिसाब किताब।४
वर्तमान में रहके उज्ज्वल भविष्य की ओर देखो पर,
इतिहास की सदी सदी का भी रखो हिसाब किताब।५
लोग तुमसे पूछते हैं अब तक तुमने क्या क्या किया,
उठा के रख दो चन्द्र्यान,जी२० का हिसाब किताब।६
चाइना, पाकिस्तान का इतिहास पलट कर देखिए,
सुर्ख पन्नों में दर्ज मिलेगा बहशती हिसाब किताब।७
जितना तुमने ‘मिलन’ देश को लूट लूट कर खाया है,
तुम्हारे भ्रष्टाचार में दिखेगा इसका हिसाब किताब।।८
मिलन ” मोनी “
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